थोड़ी सी जिंदगी..... जी लें
शाम के साढ़े पांच बज गए हैं, [ 55 Years]
जिंदगी में 1.30 घंटे बचे हैं। [ 15 years]
चलो थोड़ी सी जिंदगी और जी लें,
इस पल को पूरी तरह से जी लें।
आज हम क्या करें,
यह सोचने में न लगे समय।
आज हम क्या चाहते हैं,
यह पूछने में न लगे समय।
आज हम जी भर के जिएं,
इस पल को पूरी तरह से जी लें।
आज हम खुशियां बांटें,
इस पल को पूरी तरह से जी लें।
आज हम किसी की मदद करें,
इस पल को पूरी तरह से जी लें।
आज हम कुछ नया करें,
इस पल को पूरी तरह से जी लें।
आज हम जिंदगी को जी लें,
इस पल को पूरी तरह से जी लें।
कविता की व्याख्या
यह कविता हमें जीवन के महत्व के बारे में बताती है। यह हमें याद दिलाती है कि जीवन एक अनमोल उपहार है, जिसे हमें जी भर के जीना चाहिए। यह हमें बताती है कि हमें हर पल को पूरी तरह से जीना चाहिए, और दूसरों के साथ खुशियां बांटनी चाहिए।
कविता हमें यह भी बताती है कि हमें जीवन में कुछ नया करने के लिए भी प्रयास करना चाहिए। यह हमें याद दिलाता है कि जीवन एक यात्रा है, और हम इस यात्रा का पूरा आनंद लेना चाहिए।
A R V I N D V I R A S
No comments:
Post a Comment
Note: only a member of this blog may post a comment.