Monday, 1 September 2025

तुम्हारा चेहरा देखा,



एक दिन मैंने तुम्हारा चेहरा देखा,

मैं अचानक सड़क पर भीड़ के बीच खड़ा हो गया,

मैंने समय रहते अपने कदम रोक दिए,

और मेरा दिल अतीत की गोद में समा गया।

👁️👁️पुराने दिनों की किरणें मेरी आँखों में चमक उठीं,

यादें मेरे कानों में गूंज उठीं,

तुम्हारी एक झलक से ही,

लगता था जैसे खोया हुआ वक़्त लौट आया हो।

🌧️🌧️ बारिश की भीनी खुशबू की तरह,

तुम्हारी मुस्कान मेरे दिल में भर गई,

एक पल के लिए, आज और कल भूल गए,

बस वो पल अनंत हो गया। ⛱️

🌹 सड़क वही थी,

लेकिन नज़ारा नए रंगों में रंगा हुआ था,

एक दिन मैंने तुम्हारा चेहरा देखा,

और ज़िंदगी फिर से कविता बन गई।


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तुम्हारा चेहरा देखा,

✨ एक दिन मैंने तुम्हारा चेहरा देखा , मैं अचानक सड़क पर भीड़ के बीच खड़ा हो गया , मैंने समय रहते अपने कदम रोक दिए , ...